अबको जनम सुधारो भजन lyrics

( सन्त बाई आँबू री वाणी )
अब को जनम सुधारो गुरूदेव मेरा शरणों में लियो तुम्हारो॥टेर।।
आवो मेरा सतगुरू आँगणे पधारो।
गुणकर अवगुण निवारो।।
मारी बोली पर साँवरा थे मत बरसो।
नहीं कोई जोर हमारो।।
पेली होती साँवरा पशु बरांबर कौऐ ने हँसलो कर डारो।।
अबको जनम सुधारो भजन lyrics
सतगुरू राजी म्हारो सब जग राजी।
राजी म्हारो सिरजन हारो।।
सत गुरू रूठे म्हारो सब जग रूठा।
रूठे म्हारे सिर जन हारो।।
भव सागर में साँवरा नाम तुम्हारो।
चाहे मारो चाहे तारो।।
बाई आम्बु री साँवरा अर्ज विनति।
भवजल पार उतारो।।
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(1) पेला पेला देवरे गजानंद सिमरो
(2) मैं थाने सिमरु गजानंद देवा
(5) मनावो साधो गवरी रो पुत्र गणेश
(8) अब मेरी सुरता भजन में लागी
(11) मत कर भोली आत्मा
(14) गिगन में जाए खड़ी प्रश्न उत्तर वाणी
(20) गुरुजी बिना सुता ने कूण जगावे
(21) केसर रल गई गारा में
(22) पार ब्रह्म का पार नहीं पाया
(23) आयो आयो लाभ जन्म शुभ पायो
(24) इण विध हालो गुरुमुखी
(25) आज रे आनंद मारे सतगुरु आया पावणा
(27) गुरु समान दाता जग में है नहीं
(28) बलिहारी गुरुदेव आपने बलिहारी
(29) गुरु बिन घोर अंधेरा
(30) भोली सी दुनिया सतगरु बिन कैसे सरिया
गुरु दाता मारो अब करो जन्म सुधारो
अबको जनम सुधारो भजन lyrics