भजन विचारो भव रा भावियो lyrics
(1) पहली कमाई थारी पारखो पछे क्यूं पछताय।
मूळ गमायो इंयु मुरखे फेर चौरासी में जाय।।
भजन विचारो भव रा भावियो जग रा जोगियों साँचा सोमियो
(2) पांच जणो रो गढ़ पारखो ओळे ओळे उबा हरि आप।
सतगुरु खोलै खैलता ज्योरे बाहेर फिरे रे बलाय।।
भजन..... भजन विचारो भव रा भावियो lyrics
(3) बोदी वाड़ पलास री पग दिया जुर जाय।
नुगरा ने समझावतो पत सुगरा री जाय।।
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(4) बेड़ो जतनो से बोदिये दूर तक झेलेला भार।
भीड़ पड़े बिछड़े नही सायब रा सचियार।।
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(5) टेर गुरो री किणविध छोड़िये जबलग घट माही प्राण।
प्राण पिजरिया रे वेरो पड़े गुरुगम कही नही जाय।।
भजन....
(6) वकमो मारगियो गुरवा देव रो असल खोडा री धार।
निरख निरख पग मेलणो किणविध उतरो ला पार।।
भजन....
(7) नदी रे किनारे ऊबो रुखड़ो कदे हक होय रे विनाश।
पहला जड़े जणरा पोनड़ा मूळ समुल्लों ही जाय।।
भजन.… भजन विचारो भव रा भावियो lyrics
(8) सत धर्म जण दिन झेलियो ज्योने जगत भले वलमाय।
अण धर्म ने जतनो से राखिये सोहंग भजो रे मन माय।।
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(9) मन समझावो थारे मोयलो शरण कंवल चितलाय।
बाबो डूंगरपुरी बोलिया ज्योने काल कदे नही खाय।।
भजन.... भजन विचारो भव रा भावियो lyrics.

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