KATHAEN
पंचतन्त्र की रचना कैसे हुई
पंचतन्त्र की रचना कैसे हुई विष्णु शर्मा और तीन राजकुमार बहुत समय पहले अमरशक्ति नामक एक राजा थे। वे महिरोप्यम
दादूजी महाराज के दोहे
दादूजी महाराज के दोहे साखीयां दादू साहिब जी महाराज ने बड़े ही गूढ़ रहस्यों को अपने दोहे की रचनाओं के गूढ़
कवि हरदयाल जी के दोहे । सभाजीत प्रकाश सारुक्तावली कवित
कवि हरदयाल जी के दोहे श्री श्री सारुक्तावली सुभाषित ग्रन्थ प्रारम्भ मित्रों यह सारुक्तावली अर्थात सभाजीत ग्रंथ के बहुत ही
रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है
रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है आत्मा और परमात्मा का बंधन ही असली रक्षा का बंधन हैइसलिए हमें आत्मा को पूर्ण
राजा इन्द्रधुम्न की कथा
राजा इन्द्रधुम्न की कथा भक्त राजा इन्द्रधुम्न सत्ययुगकी बात है, मालवप्रदेशकी अवन्तिकापुरीमें इन्द्रद्युम्न नामसे प्रसिद्ध एक राजा राज्य करते थे।
prithu maharaj ki katha
prithu maharaj ki katha न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन्न यत्र युष्मच्चरणाम्बुजासवः । महत्तमान्तर्हृदयान्मुखच्युतो विधत्स्व कर्णायुतमेष मे वरः ॥ ( श्रीमद्भा०
भक्त हरिमेधा और सुमेधा की कथा
भक्त हरिमेधा और सुमेधा की कथा भक्त हरिमेधा और सुमेधा प्राचीन कालकी बात है – काश्मीर देशमें हरिमेधा और सुमेधा
मुद्गल ऋषि की कथा
मुद्गल ऋषि की कथा दक्षिण महासागरके तटपर परम पवित्र देवीपुरके समीप फुल्लग्रामके नामसे एक तीर्थस्थान है। वहींसे प्रारम्भ करके भगवान्