शिवभक्त उपमन्यु की कथा
शिवभक्त उपमन्यु की कथा शिवभक्त उपमन्यु भक्तराज उपमन्यु परम शिवभक्त, वेदतत्त्वके ज्ञाता महर्षि व्याघ्रपादके बड़े पुत्र थे। एक दिन उपमन्युने […]
शिवभक्त उपमन्यु की कथा शिवभक्त उपमन्यु भक्तराज उपमन्यु परम शिवभक्त, वेदतत्त्वके ज्ञाता महर्षि व्याघ्रपादके बड़े पुत्र थे। एक दिन उपमन्युने […]
Shivbhakt Mahakal Ki Katha शिवभक्त महाकाल प्राचीनकालमें वाराणसी नगरीमें माण्टि नामके एक महायशस्वी ब्राह्मण रहते थे। वे शिवजीके बड़े भक्त
hShivbhakt Vaishvanar Ki Katha शिवभक्त वैश्वानर प्राचीन कालमें पुण्यसलिला नर्मदाके पावन तटपर नर्मपुर नामक एक अति रमणीय छोटा-सा गाँव था।
‘जिसके ललाटपर (भाग्यमें) मृत्यु-ये दो अक्षर (निश्चित मरण) लिखे हैं, वह समस्त क्लेश देनेवाले पाप कैसे करता है। कुरुक्षेत्रमें एक
Mahrishi Mudgal Ki Katha महर्षि मुद्गल मुद्गल नामक ऋषि कुरुक्षेत्रमें रहते थे। ये बड़े धर्मात्मा, जितेन्द्रिय, भगवद्भक्त एवं सत्यवक्ता थे।
Mahrishi Sharbhang Ki Katha महर्षि शरभङ्ग तपोभूमि दण्डकारण्य-क्षेत्रमें अनेकानेक ऊर्ध्वरेता ब्रह्मवादी ऋषियोंने घोर तपस्याएँ की हैं। कठिन योगाभ्यास एवं प्राणायामादि
Sutikshna Muni Ki Katha सुतीक्ष्ण मुनि राम सदा सेवक रुचि राखी। बेद पुरान संत सब साखी॥ महर्षि अगस्त्यके शिष्य सुतीक्ष्णजी
Bhakt Pundrik Ki Katha भक्त पुण्डरीक स्मरण करनेपर, सन्तुष्ट करनेपर, पूजा करनेपर भगवान्का भक्त अनायास ही चाण्डालतकको भी पवित्र कर
Bhakt Bhadratanu Or Unke Guru Daant भक्त भद्रतनु और उनके गुरु दान्त प्राचीन समयमें पुरुषोत्तमपुरीमें एक ब्राह्मण रहता था। उसका
Mahrishi Dadhichi Ki Katha महर्षि दधीचि देवराज इन्द्रने प्रतिज्ञा कर ली थी कि ‘जो कोई अश्विनीकुमारोंको ब्रह्मविद्याका उपदेश करेगा, उसका