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सोलह शुक्रवार व्रत कथा

सोलह शुक्रवार व्रत कथा ‘‘सोलह शुक्रवार के व्रत करना’’वाणी सँख्या 6:-पति शराबी घर पर नित ही, करत बहुत लड़ईयाँ।पत्नी षोडष […]

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Shaunak Rishi Ki Katha Bhaktmal Ki Pauranik Kathaen Dvara Rachit

Shaunak Rishi Ki Katha महर्षि शौनक ये नैमिषारण्यके अठासी हजार ऊर्ध्वरेता ब्रह्मवादी ऋषियोंमें प्रधान ऋषि थे। भृगुवंशमें उत्पन्न होनेसे भार्गव

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Shukdev Rishi Ki Katha Bhaktmal Dvara Rachit Poranik Kathaen

Shukdev Rishi Ki Katha श्री शुकदेव जी आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे।कुर्वन्त्यहैतुकीं भक्तिमित्थम्भूतगुणो हरिः॥(श्रीमद्भा० १।७। १०) ‘जो आत्माराम, आप्तकाम, मायाके समस्त

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Vedvyas Ji Ki Katha i Bhaktmal Dvara Rachit Pauranik Katha वेदव्यास जी की जन्म कथा

Vedvyas Ji Ki Katha महर्षि वेदव्यास जी स वै पुंसां परो धर्मो यतो भक्तिरधोक्षजे।अहैतुक्यप्रतिहता ययाऽऽत्मा सम्प्रसीदति॥(श्रीमद्भा० १।२।६) ‘इन्द्रियातीत परमपुरुष भगवान्में

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Mahrishi Maitray Ki Katha Bhaktmal Dvara Rachit Pauranik Kathaen

Mahrishi Maitray Ki Katha महर्षि मैत्रेय महर्षि मैत्रेय पुराणवक्ता ऋषि हैं। वे ‘मित्र’ के पुत्र होनेके कारण मैत्रेय कहाये। श्रीमद्भागवतमें

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Devmali Bhakt Ki Katha Bhaktmal Dvara Rachit Pauranik Kathaen

Devmali Bhakt Ki Katha भक्त देवमाली ब्राह्मण स्तेयं हिंसानृतं दम्भः कामः क्रोधः स्मयो मदः।भेदो वैरमविश्वासः संस्पर्धा व्यसनानि च।एते पञ्चदशाना ह्यर्थमूला

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